विधिक शिक्षा के स्थिति, परिस्थिति एवं समय के अनुसार बहुआयामी लक्ष्य हैं। महाविद्यालय की नेक भावना यह है कि विद्यार्थी की आर्थिक, सामाजिक और राजनैतिक उन्नति और राष्ट्र निर्माण में सक्रिय भाग लेकर श्रेष्ठ बने। मूट कोर्ट नकली, काल्पनिक विधिक शिक्षा के प्रमुख साधनों में एक है जिसमें एक विद्यार्थी नकली कोर्ट रूम में अधिवक्ता की भूमिका निभाता है, कानूनी सहायता, न्यायालयीन प्रक्रिया परीक्षण, साक्षात्कार आदि का पहला अनुभव प्राप्त करता है। मूट कोर्ट में भागीदारी से विद्यार्थी में कानूनी सामग्री एकत्र करने, तर्क-बहस तैयार करने, संदर्भ का हवाला देने, दस्तावेजों, परीक्षा और क्राॅस परीक्षण, प्रस्तुतिकरण के गुण विकसित होते हैं। यह विधि के विद्यार्थियों में आत्मविश्वास विकसित करने का माध्यम भी है। विधि महाविद्यालय में मूट कोर्ट की स्थापना की गयी है।